पसंद हे मुझे यहाँ की भीड़
त्योहारों का शोरगुल,
उड़ते हुए रंग ,
आसमा को चूमते पटाखे,
और यहाँ के गीत !
त्योहारों का शोरगुल,
उड़ते हुए रंग ,
आसमा को चूमते पटाखे,
और यहाँ के गीत !
रास आता हे मुझे यहाँ का मौसम,
हल्की बरसातें ,
कभी कड़ी धुप,
तो कभी गुलाबी थंड !
हल्की बरसातें ,
कभी कड़ी धुप,
तो कभी गुलाबी थंड !
भाते हे सपनो के पीछे दौड़ने वाले लोग
और वो जो सिर्फ करते है नोक-झोक !
और वो जो सिर्फ करते है नोक-झोक !
यहाँ आम के आम और गुठलियों के भी दाम है
कभी ना रुकने वाले रेल को मेरा सलाम है !
कभी ना रुकने वाले रेल को मेरा सलाम है !
मजे लेता हु सुन के यहाँ की नारेबाजी
भ्रष्ट नेताओं की सुन के बकरबाजी !
भ्रष्ट नेताओं की सुन के बकरबाजी !
यहाँ तो हे पूरी की पूरी दाल काली
पुलिस से हाथ मिलाये हे यहाँ मवाली !
पुलिस से हाथ मिलाये हे यहाँ मवाली !
तमाम खामियों के बावजूद मुझे इस देश से हे प्यार
चढ़ा नशा इस देश का ऐसे की उतरता ही नहीं यार !
मुस्कुराते हुए वो ३ सरफिरे चढ़े ते फासी
बड़ी मुश्किल से आज़ादी की दुल्हन हुई थी राजी !!!
जय हिन्द !!!
चढ़ा नशा इस देश का ऐसे की उतरता ही नहीं यार !
मुस्कुराते हुए वो ३ सरफिरे चढ़े ते फासी
बड़ी मुश्किल से आज़ादी की दुल्हन हुई थी राजी !!!
जय हिन्द !!!
~ हर्ष पवार
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